Friday, August 13, 2010

जन्मदिन आए बारंबार

Birthday
जन्मदिन आए बारंबार
तारों से चमको जग मग में
मिले स्नेह अपार
जन्मदिन आए बारंबार
खुशियों से भरी झोली हो
फिर भी कोयल सी बोली हो
झरे वसंत बहार
जन्मदिन आए बारंबार
अपनों के संग सब मेले हों
सच सपने सब अलबेले हों
किस्मत करे शृंगार
जन्मदिन आए बारंबार

Thursday, August 12, 2010

छूकर होंठ तेरे

3348979021_9257a260de
दम निकला दीवाने का, अब तो दीद देदो दिलबर मेरे….
मैं दीवानाआजकल”, अब आँसू गिरेंगे मेरे….
होंठ सूखे हुए हैं, सर्द हवा से मेरे
नरम होंगे ये अब, छूकर होंठ तेरे
देख लिया ज़माने की सभी, “ज़ीनतसी जवानों को
ज़माने की सारीज़ीनततुझमे, ये खबर नहीं है दीवानों को
दम निकला दीवाने का, अब तो दीद देदो दिलबर मेरे….
मैं दीवानाआजकल”, अब आँसू गिरेंगे मेरे….
तू कपडों में लगती, देवी की एक मूरत है
वरना तो तुझमे भोली सी, बस एक सूरत है
मैं जवानी के दिन अपने, जोड़ सकता हूँ उंगलियों पर
तू कर कुछ ऐसा, कि मैं रातें जोड़ पाऊँ उंगलियों पर


समझ मुझको अपना आशिक, मैं कोई कसम खाऊंगा
जब तक जवाँ रहेगी तू, बस तब तक साथ निभाऊंगा
दम निकला दीवाने का, अब तो दीद देदो दिलबर मेरे….
मैं दीवानाआजकल”, अब आँसू गिरेंगे मेरे….

Sunday, August 8, 2010

ये दूरियां

बिन  तेरे  ये  जिंदगी  अधूरी  थी ,
तेरे  साथ  न  होना  मेरी  मज़बूरी  थी ,
हो  कर  भी  पास  तू  दूर  थी  मुझे  से ,
जाने  ये  कैसी  दुरी  थी ,

आना  चाहता  था  पास  तेरे ,
पर  जाने  क्यों  इतना  डरता  था ,
दूर  से  देख  मुझे  वो  ,
धीरे  से  सजदा  करती  थी ,

मोहब्बत  में  वो  भी  मेरी ,
पल -पल  आहें   भारती  थी ,
छिप-छिप  कर  वो  मुझेसे  ,
मिलने  की  कोशिश   करती  थी ........